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25 Dec 2025, Thu

डिलीवरी बॉय की शर्मनाक हरकत…! महिला ग्राहक से की अश्लील हरकत

नई दिल्ली :- राजधानी दिल्ली से महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ाने वाला मामला सामने आया है। ऑनलाइन ग्रॉसरी डिलीवरी कंपनी ब्लिंकिट के एक डिलीवरी एजेंट पर महिला ग्राहक से अश्लील हरकत करने का आरोप लगा है। यह शर्मनाक घटना महिला के घर के बाहर लगे CCTV कैमरे में रिकॉर्ड हो गई, जिसका वीडियो महिला ने खुद सोशल मीडिया पर साझा किया।

घटना तब हुई जब महिला ने ब्लिंकिट से सामान मंगवाया था। डिलीवरी एजेंट जब ऑर्डर लेकर पहुंचा, तब भुगतान लेने के दौरान उसने महिला के प्राइवेट पार्ट (स्तन) को छूने की कोशिश की। महिला तुरंत सतर्क हो गई और खुद को पीछे कर लिया। पूरा घटनाक्रम कैमरे में साफ दिखा, जहां एजेंट पैसे लेने और लौटाने के दौरान जानबूझकर महिला की ओर बढ़ता है।

सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल

वीडियो शेयर करते हुए महिला ने लिखा, आज मेरे साथ ब्लिंकिट ऑर्डर करने पर यह हुआ। डिलीवरी बॉय ने मेरा पता दोबारा पूछा और फिर गलत तरीके से छुआ। यह बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है। क्या भारत में महिलाओं की सुरक्षा मजाक है?

इस पोस्ट के बाद वीडियो तेजी से वायरल हो गया और सोशल मीडिया पर गुस्से की लहर दौड़ गई।

कंपनी की शुरुआती प्रतिक्रिया पर भी सवाल

महिला ने बताया कि शुरुआत में ब्लिंकिट ने उनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया। कंपनी की ओर से कहा गया कि एजेंट को सिर्फ चेतावनी दी जाएगी और उसे “महिला ग्राहकों से दूरी बनाए रखने” की ट्रेनिंग दी जाएगी। लेकिन जब महिला ने CCTV फुटेज का सबूत दिया, तब जाकर कंपनी ने कार्रवाई करते हुए आरोपी एजेंट का कॉन्ट्रैक्ट समाप्त कर दिया।

ब्लिंकिट ने मांगी माफी

मामले के तूल पकड़ने के बाद ब्लिंकिट ने बयान जारी करते हुए कहा, हमें खेद है कि आपको यह अनुभव झेलना पड़ा। हम आपके साथ हैं और इस मामले में जरूरी कार्रवाई की जा चुकी है। आरोपी डिलीवरी एजेंट का कॉन्ट्रैक्ट तुरंत खत्म कर दिया गया है।

अभी तक FIR दर्ज नहीं

पीड़िता ने बताया कि उन्होंने अभी तक FIR दर्ज नहीं कराई है। उनके मुताबिक, उन्हें डर था कि अगर मामला परिवार तक पहुंचा तो उन्हें मानसिक तनाव झेलना पड़ सकता है।

सवाल खड़े कर रहा है यह मामला

इस घटना ने एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा, खासकर घरों में डिलीवरी के दौरान (Blinkit Delivery Boy) होने वाली घटनाओं पर सवाल खड़े किए हैं। साथ ही, यह भी दिखाता है कि कुछ कंपनियां शुरुआती शिकायतों को गंभीरता से नहीं लेतीं, जब तक कि मामला सार्वजनिक न हो जाए।

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